1. 12th pass mechanical engineering online form apply
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2.Revolution in technology in the mechanical engineering field in Hindi
यांत्रिक इंजीनियरी
यान्त्रिक अभियांत्रिकी (Mechanical engineering) तरह-तरह की मशीनों की बनावट, निर्माण, चालन आदि का सैद्धान्तिक और व्यावहारिक ज्ञान है। यान्त्रिक अभियांत्रिकी, अभियांत्रिकी की सबसे पुरानी और विस्तृत शाखाओं में से एक है। यान्त्रिक अभियांत्रिकी १८वीं शताब्दी में यूरोप में औद्योगिक क्रांति के दौरान एक क्षेत्र के रूप में उभरी है, लेकिन, इसका विकास दुनिया भर में कई हजार साल में हुआ है। १९वीं सदी में भौतिकी के क्षेत्र में विकास के एक परिणाम के रूप में यांत्रिक अभियांत्रिकी विज्ञान सामने आया।
इसके आधआरभूत विषय हैं:
- स्थैतिकी और गति विज्ञान
- ठोस यांत्रिकी और पदार्थों की सामर्थ्य
- मापयंत्रण और मापन
- उष्मागतिकी,ऊष्मा का संचार,उर्जा का रूपान्तरण
- तरल यांत्रिकी और तरल गतिकी
- विनिर्माण अभियांत्रिकी
- द्रविकी और गैसयांत्रिकी
- अभियांत्रिकी अभिकल्प
- उत्पाद अभिकल्प
- पदार्थ विज्ञान
- अभियांत्रिकी आरेखण, अभिकलित्र सहायित अभिकल्प, अभिकलित्र सहायित विनिर्माण
उपविभाग[संपादित करें]
यांत्रिक अभियांत्रिकी कई यांत्रिकी विज्ञान के विभागों के समूह के रूप में मानी जा सकती है।| इनमे से कुछ उपविभाग, जो अधिकतर पूर्व स्नातक पाठ्यक्रम में पढ़ाए जाते हैं, नीचे सूचीबद्ध किये गये हैं। इनमें से कुछ केवल यांत्रिक अभियांत्रिकी से ही सम्बन्धित हैं जबकि कुछ यांत्रिक अभियांत्रिकी और अन्य विभागों के संयोजन हैं।
- यांत्रिकी
- मेकैट्रॉनिक्स एवं रोबॉटिक्स
मेकाट्रॉनिक्स शब्द का निर्माण जापान में हुआ था जिसमें मैकेनिकल का Mecha और इलेक्ट्रॉनिक्स का tronics लिया है। Mechanical + Electronics = Mechatronics.
- संरचनात्मक विश्लेषण
- उष्मागतिकी एवं ताप विज्ञान
- अभिकल्प एवं प्रारूपण
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